समय हम इसे देख नहीं सकते, छू नहीं सकते, पर यह हमारे जीवन के हर कोने में अपनी उंगलियों के निशान छोड़ देता है। यह एक अदृश्य मूर्तिकार है, जो हमें आकार देता है, तोड़ता है, और फिर से गढ़ता है। हम सोचते हैं कि हम समय के मालिक हैं, पर सच यह है …
समय – एक अदृश्य मूर्तिकार
