
समय हम इसे देख नहीं सकते, छू नहीं सकते, पर यह हमारे जीवन के हर कोने में अपनी उंगलियों के निशान छोड़ देता है।
यह एक अदृश्य मूर्तिकार है, जो हमें आकार देता है, तोड़ता है, और फिर से गढ़ता है।
हम सोचते हैं कि हम समय के मालिक हैं, पर सच यह है कि हम उसके सेवक हैं।
हर दिन, हर क्षण वह हमें आगे धकेलता रहता है—कभी नरमी से, कभी निर्दयी ढंग से।
हम हंसते हैं, रोते हैं, सपने देखते हैं, लेकिन यह सब बस कुछ पलों का मेहमान होता है।
हम सब अपनी जिंदगी को ऐसे जीते हैं जैसे यह हमेशा रहेगी,
पर सच्चाई यह है कि यह एक सफ़र है—जिसका टिकट रिटर्न का नहीं होता।
हम सुबह उठते हैं, काम करते हैं, हंसते हैं, थकते हैं, सो जाते हैं…
और हमें लगता है कि कल फिर यही सब होगा।
पर समय चुपचाप, बिना शोर किए, हमें आगे धकेलता रहता है।
समय का खेल
सोचो, आज का दिन कल सिर्फ एक याद बन जाएगा।
यह वही खेल है जो समय रोज़ हमारे साथ खेलता है—
वह पलों को यादों में बदल देता है और यादों को धुंधला कर देता है।
हम अतीत में फंसे रहते हैं या भविष्य की चिंता में,
लेकिन सच यह है कि जीवन सिर्फ इस क्षण में है।
बीते हुए लम्हे धुएं की तरह हैं—
वे बनते हैं, चमकते हैं और फिर हवा में घुल जाते हैं।
कुछ यादें दिल को गर्माहट देती हैं, तो कुछ दर्द का एक न खत्म होने वाला घाव छोड़ जाती हैं।
लेकिन समय का कमाल देखिए—
वह हर याद को धीरे-धीरे फीका कर देता है, ताकि हम फिर से जी सकें, फिर से सांस ले सकें।
मनोविज्ञान की नज़र से
Psychology कहती है कि हमारा दिमाग “Present Moment” में बहुत कम जीता है।
हम या तो पुराने ग़म को दोहराते रहते हैं या आने वाली परेशानियों का अनुमान लगाते हैं।
यही वजह है कि हम समय के साथ भागते-भागते थक जाते हैं,
और महसूस करते हैं कि ज़िंदगी बहुत जल्दी निकल गई।
हम सोचते हैं कि हम अपनी मर्जी से जी रहे हैं,
लेकिन सच यह है कि हम समय की धुन पर नाचने वाले कठपुतली हैं।
वह हमें उम्मीद देता है, फिर उसे कसौटी पर कसता है।
हमारी जवानी उसकी सबसे बड़ी शरारत है—
जब तक हम समझते हैं कि जिंदगी क्या है,
तब तक जवानी एक पुराना सपना बन चुकी होती है।
इंस्पिरेशन – समय का सही इस्तेमाल
समय एक नदी की तरह है—
तुम उसे रोक नहीं सकते, लेकिन तुम यह तय कर सकते हो कि उसमें बहकर डूबना है या तैरकर किनारे तक पहुंचना है।
हर दिन, हर घंटा तुम्हारे पास एक “Life Credit” है।
तुम इसे बेवजह खर्च कर सकते हो या इसे ऐसे निवेश कर सकते हो जिससे तुम्हारा कल बेहतर हो।
अगर तुम सीखते हो → समय तुम्हें आगे ले जाएगा।
अगर तुम टालते हो → समय तुम्हें पीछे छोड़ देगा।
समय से ऊपर क्या है?
जीवन में एक ही चीज़ है जो समय को हरा सकती है—प्रेम और आस्था।
ये तुम्हारे दिल में एक ऐसा घर बनाते हैं, जहां घड़ी की सुई थम जाती है।
यही वह जगह है जहां इंसान को सुकून और मकसद मिलता है।
समय हर चीज़ को तोड़ देता है—
सिवाय एक के—प्रेम।
सच्चा प्रेम, चाहे वह इंसान के लिए हो या ईश्वर के लिए,
समय के कानून से ऊपर है।
यह वह ताकत है जो हमें टूटने से बचाती है,
जो हमें फिर से जीने की वजह देती है।
जीवन का राज़
समय को दुश्मन मत समझो, इसे साथी बना लो।
क्योंकि समय तुम्हारे खिलाफ नहीं है,
वह बस तुम्हें याद दिला रहा है कि हर क्षण की कीमत है।
आज का दिन आखिरी हो सकता है,
तो क्यों न इसे ऐसे जिया जाए कि कल का कोई मलाल न रहे?
सीखो, प्रेम करो, और ईश्वर पर भरोसा रखो—
बाकी सब समय अपने आप सही जगह बैठा देगा।
शायद यही कारण है कि हमारा दिल हमेशा किसी “घर” की तलाश में रहता है—
एक ऐसी जगह, जहां समय रुक जाता है, जहां हम पूरी तरह अपनापन महसूस करते हैं।
कुछ लोग इसे ‘स्वर्ग’ कहते हैं,
कुछ ‘आत्मिक शांति’,
और कुछ इसे ‘ईश्वर का आंचल’।
वह समय का भी मालिक है और अनंत का भी।
उसने जीवन की बुनाई इतनी बारीकी से की है कि हर धागा अपने सही स्थान पर है।
हम सोचते हैं कि हम खोज रहे हैं,
पर सच्चाई यह है—
वह हमें पहले से खोज रहा था।
समय हमें बदलता है, लेकिन प्रेम और ईश्वर हमें परिभाषित करते हैं।
और शायद जीवन का असली रहस्य यही है—
समय को स्वीकारना, प्रेम को थामे रखना,
और उस अदृश्य मूर्तिकार पर भरोसा करना जिसने हमें गढ़ा है।

